...

एमबीएस में पीएफ राशि ना मिलने से नाराज संविदा कर्मचारियों ने की हड़ताल

Kotatimes

Updated 4 years ago

KOTATIMES AUGUST 27, 2020। एमबीएस अस्पताल में कार्यरत संविदा कार्मिक के भविष्य निधि फंड की राशि ना मिलने का आरोप लगाते हुए हड़ताल कर दी। उनके हड़ताल पर चले जाने से अस्पताल की व्यवस्थाएं गड़बड़ा गई।
हड़ताल को देखते हुए तीन थानों की पुलिस मौके पर पहुंची और प्रदर्शनकारियों से समझाइश कर मामले को सुलझाने का प्रयास किया गया। एमबीएस अस्पताल में संविदा कर्मी व सफाई कर्मचारियों के कार्य बहिष्कार व हड़ताल के चलते हंगामे की सूचना पर नयापुरा थानाधिकारी, कुन्हाड़ी थानाधिकारी वह भीमगंज मंडी थानाधिकारी ने मौके पर पहुंचकर प्रदर्शनकारी संविदा कर्मियों से समझाइश का प्रयास करते हुए कार्य पर लौटने के लिए कहा लेकिन प्रदर्शनकारी अपनी मांगों पर अड़े रहे।

अस्पताल के पुराने गेट के बाहर संविदा कर्मियों ने संवेदक व अस्पताल प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया। संविदा कर्मी संघर्ष समिति के अध्यक्ष दिलीप सिंह सिगोर ने बताया कि पूर्व में संस्था मेसर्स जिला पूर्व सैनिक बहुद्देशीय सहकारी समिति का वर्ष 2016 से 2019 तक ठेका था। जिसमें कार्यरत सफाईकर्मी व मैन पावर के कार्मिक आज भी चिकित्सालय में कार्यरत है।  ठेकेदार द्वारा संविदा कर्मचारियों के भविष्य निधि का पैसा जमा नहीं करवाया। इसके बावजूद अस्पताल प्रशासन की मिलीभगत से संवेदक के बिल पास करवा लिए। 

पिता-पुत्री ने फांसी का फंदा लगाकर किया आत्महत्या का प्रयास, पिता की मौत

राज्य सरकार द्वारा सरकारी कर्मचारियों को 3 प्रतिशत इंक्रीमेंट के बराबर संविदा कर्मियों की वेतन है। जिसमें भी ठेकेदार फर्म द्वारा कार्मिकों के भविष्य निधि फंड में घोटाला करने से कार्मिकों के खाते में पैसे जमा नहीं हो पाया हैं। कोरोना काल में संविदा कर्मी अपनी जान पर खेलकर अस्पतालों के अलग-अलग विभागों में ड्यूटी दे रहे हैं। जिसमें सफाई से लेकर कोरोना संक्रमित व्यक्तियों की जांच व अस्पताल में कोरोना पीड़ित मरीजो के उपचार के कार्य में भी संविदा कर्मचारी दिन रात लगे हुए है। इतना कम वेतन भुगतान होने के बावजूद भी संविदा कर्मचारियों का शोषण किया जा रहा है। इसको लेकर पूर्व में भी चिकित्सा प्रशासन को मौखिक और लिखित रूप में अवगत करवाया जा चुका है। इसी क्रम में 19 अगस्त को भी कार्मिकों ने कार्य का बहिष्कार किया था। इस दौरान अस्पताल उपाधीक्षक डीवाईएसपी नयापुरा एवं नयापुरा सीआई ने संवेदक को 7 दिन में पीएफ जमा कराने के लिए कहा था। समयावधि गुजर जाने के बाद भी संवेदक व एमबीएस प्रशासन द्वारा एक भी संविदा कार्मिक का पीएफ जमा नहीं कराया गया है। जिसके चलते संविदा कार्मिकों को हड़ताल करने के लिए विवश होना पड़ा है। आगे यदि संविदा कर्मचारियों का पीएफ भुगतान नहीं किया गया तो अनिश्चितकालीन हड़ताल करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
एमबीएस अस्पताल अधीक्षक डॉ नवीन सक्सेना ने बताया कि संविदा कर्मचारियों को पिछले 6 महीने से ईएसआई और पीएफ की राशि नहीं मिल पा रही थी। संवेदक के द्वारा राशि जमा कराने की पर्चियां संविदा कर्मचारियों को दिखाई गई है। पिछले 6 महीने की समस्त वास्तविक वस्तुस्थिति को जानने के पश्चात दोपहर 2 बजे संविदा कर्मचारियों ने अपनी हड़ताल समाप्त कर दी तथा वे काम पर लौट आए हैं।
दोनों नगर निगमों के कुल 57 सेवानिवृत्त कर्मचारियों की ग्रेज्युटी राशि जारी किये जाने के आदेश

नगर निगम कोटा उत्तर व कोटा दक्षिण के 57 सेवानिवृत्त कर्मचारियों की विगत कुछ माह से रूकी उपादान (ग्रेज्युटी) की कुल 3 करोड 50 लाख रूपये राशि दिये जाने के दोनों निगमों के आयुक्त वासुदेव मालावत व कीर्ति राठौड़ द्वारा गुरूवार को आदेश जारी कर दिये गये।
नगर निगम कर्मचारी संघ इंटक के अध्यक्ष अशोक जैन ने बताया कि विगत दिनों अटकी हुई गे्रज्युटी राशि रिटायर्ड कर्मचारियों को शीघ्र दिये जाने के संबंध में इंटक द्वारा ज्ञापन देकर दोनों निगमो के आयुक्तों से मांग की गई थी। आदेश जारी होने पर गुरूवार को इंटक अध्यक्ष अशोक जैन की अगुवाई में महामंत्री विजय अग्निहोत्री, उपाध्यक्ष मुकेश बोहरा सहित राकेश माथुर, कमल मालव, प्रमोद गौड, रियाजुद्दीन आदि कर्मचारियों ने दोनों आयुक्तों को धन्यवाद ज्ञापित किया। 
Read More: