KOTATIMES SEPTEMBER 25, 2020। नगर निगम कोटा उत्तर व कोटा दक्षिण के प्रशासनिक भवन में मच्छरों का जबर्दस्त प्रकोप है। मच्छरजनित बीमारियों से बचाने के लिए गम्बुशिया मछली पालन प्रारम्भ किया गया है।
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ठहरे हुए पानी में पनपने वाले मच्छरों का लार्वा गम्बुशिया का भोजन होता है। उस लार्वा को पैदा होते ही यह खा जाती हैं और लार्वा को नष्ट कर देती हैं। शुक्रवार को 20 मटकों में पानी भरकर उनमें गम्बुशिया मछलियां डाली गई हैं।
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उत्तर निगम के आयुक्त वासुदेव मालावतए दक्षिण की आयुक्त कीर्ति राठौड़ अतिरिक्त आयुक्त राजपाल सिंह उपायुक्त नरेश राठौड़ए स्वास्थ्य अधिकारी सतीश मीनाए निजी सहायक कमल मालव इस मौके पर उपस्थित थे और उन्होने गम्बुशिया मछलियों को मटकों के पानी में डाला। मच्छर है गम्बुशिया का भोजनगम्बुशिया नामक मछलियां मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय से प्राप्त की गई हैं। यह मछली मच्छरों को नियंत्रित करती है। इन्हें किसी भी प्रकार का दाना नहीं डाला जाता। यह सिर्फ मच्छरों का लार्वा ही खाती हैं। मच्छर ठहरे हुए पानी में पैदा होते हैं। अतरू इन मछलियों को ठहरे हुए पानी में रखा जाता है। जिससे मच्छर प्रजनन का लार्वा पैदा होते ही उसे यह खा जाती हैं और मच्छर पैदा नहीं होते। इन्हें मटकों के ठहरे हुए पानी में भी रखा जा सकता है। आयुक्त ने बताया कि कोई भी व्यक्ति मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय से गम्बुशिया मछलियां प्राप्त कर सकता है। उन्होंने आम जन से आग्रह किया कि वो अपने घरों में मटकोंए टंकियों में गम्बुशिया मछलियों का पालन करें। ताकि मच्छर न पनपे और मच्छर जनित संक्रामक बीमारियों से परिजनों की सुरक्षा बनी रहे।
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