KOTATIMES November 25, 2020। रविवार शाम को रायपुरा चैराहे के समीप अचानक गाय सामने आ जाने से असंतुलित होकर गिरे बाईक सवार शिवराज मीणा की दुःखद मौत हो जाने से आक्रोशित लोगों ने मंगलवार को पूर्व विधायक भवानी सिंह राजावत की अगुवाई में जिला कलक्टर को अल्टीमेटम देकर मांग की है कि सड़कों पर घूम रहे जानलेवा आवारा मवेशियों के लिए जिम्मेदार कोटा उत्तर नगर निगम की महापौर मंजू मेहरा एवं आयुक्त वासुदेव मालावत के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर पुलिस उन्हें तत्काल गिरफ्तार करे।
कोटा बचाओं संघर्ष समिति का सरकार से आग्रह, कोविड गाइड लाइन की पालना के तहत हो कोचिंग संचालन
प्रेस विज्ञप्ति मेल करे- editorkotatimes@gmail.com
कोटा की खबरे जानने के लिए जॉइन करे Group Whats app Group: CLICK HERE
पूर्व विधायक राजावत ने आरोप लगाया कि जनप्रतिनिधि व जागरूक जनता लगातार आवाज उठा रहे हैं कि शहर की सड़कों को आवारा मवेशियों से मुक्त किया जाये लेकिन नगर निगम के लापरवाह अधिकारी आंखें बन्द कर हाथ पर हाथ धरकर बैठे हुए हैं और लोग जान गंवाते जा रहे हैं। हाल ही में युवक शिवराज मीणा मोटरसाईकिल से अपने घर जा रहे थे कि अचानक सामने गाय आ गई और वो टकराकर गम्भीर घायल हो गये, जिनकी बाद में चिकित्सालय में मृत्यु हो गई। केवल शिवराज ही नहीं इस वर्ष 7 जुलाई को रामपुरा निवासी लोकेश जैन, 8 अगस्त को गोपालपुरा निवासी प्रह्लाद मीणा, 11 अगस्त को गोविन्द नगर निवासी गफूर भाई, 13 अगस्त को सीमा नायक, 5 दिसम्बर को बोरखेड़ा निवासी मांगीलाल कुशवाहा, 31 जुलाई को सूरसागर निवासी शक्ति सहित एक वर्ष में कुल 2 दर्जन लोग यमदूत बने आवारा मवेशियों से टकराकर काल के गाल में समा चुके हैं।
विवाह में कोविड-19 गाईडलाईन उल्लघंन पर लगाया 5 हजार रूपये का जुर्माना
शादी का झांसा देकर युवती से दुष्कर्म करने वाला आरोपी गिरफ्तार
वनस्पति शास्त्र की अंतर्राष्ट्रीय ई-सेमिनार आयोजित
मृतकों के बेसहारा हुए पत्नी बच्चों के लिए निगम की कुम्भकर्णी नींद जिम्मेदार है।राजावत ने कहा कि जब इन्दौर शहर की सड़कों पर एक भी आवारा मवेशी देखने को नहीं मिलता, चण्डीगढ़ शहर में तो कोसों दूर तक आवारा मवेशी नजर नहीं आते, ऐसे में कोटा शहर को आवारा मवेशियों से मुक्त क्यों नहीं किया जा सकता। अब तो देश के प्रमुख स्मार्ट सिटी योजना में कोटा ले लिया गया है और राजस्थान सरकार देवनारायण योजना में पशुपालकों को शहर के बाहर स्थानान्तरित करने जा रही है ऐसे में सरकार और प्रशासन को लोगों की जान को खतरा बने इस पशुओं से कोटा को तत्काल मुक्त करवा देना चाहिए। नगर निगम अभियान चलाकर सड़कों पर जिसका भी पशु नजर आये उसे तत्काल कायन हाउस में बन्द कर कठोर जुर्माने का प्रावधान करे। कलक्टर उज्जवल राठौड़ को अल्टीमेटम देने वालों में किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष नन्दलाल मीणा, जिला मंत्री देवेन्द्र नागर, मण्डल अध्यक्ष कान सिंह, वक्फ बोर्ड के उपाध्यक्ष इरशाद अली, युवा मोर्चा के लेखराज गोस्वामी, किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष रमेश मीणा आदि प्रमुख थे।