KOTATIMES AUGUST 18, 2020। कोटा सिटी के तलवंडी स्थित सुधा अस्पताल में मानवता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है।
जानकारी के अनुसार नान्ता करनी नगर निवासी रामलाल मेघवाल की पत्नी चिंता की तबीयत सोमवार को खराब हो गई थी। उसे पास के एक निजी अस्पताल ले जाया गया। वहां डॉक्टर ने मरीज की हार्टअटैक की पुष्टि की। इस पर वह तलवंडी स्थित सुधा हॉस्पिटल में लेकर गया। मृतका के पति के पास करीब 2 हजार रुपए थे, जो दवा में खर्च हो गए।
भर्ती के करीब आधे घंटे बाद डॉक्टरों ने महिला को मृत घोषित कर दिया गया। उसके बाद पति को काउंटर पर फाइल देने के एवज में 7 हजार रुपए राशि मांगी। राशि नहीं होने पर अस्पताल की ओर से मृतका का शव रोक लिया गया। मृतका के पति ने चिकित्सालय प्रशासन से हाथ जोड़कर मिन्नत की, लेकिन राशि जमा कराने के बाद ही शव ले जाने की बात कही।
कुन्हाड़ी क्षेत्र की नांता निवासी एक महिला का शव 18 घंटे तक रोके रखा,जबकि मरीज को अस्पताल में आधा घंटे बाद ही मृत घोषित कर दिया-
इसके बाद रात 11 बजे कर्मयोगी सेवा संस्थान से सम्पर्क किया। राजाराम कर्मयोगी ने पीसीसी सदस्य राजेन्द्र सांखला से फोन पर बात की। सांखला ने मंत्री शांति धारीवाल को मामले से अवगत कराया। सीएमएचओ ने अस्पताल निदेशक से बात की। उसके बाद दूसरे दिन शव को पति को सौंपा गया। सीएमएचओ डॉ. बी.एस तंवर ने कहा कि मामले को लेकर कांग्रेस प्रतिनिधि व राजाराम कर्मयोगी ने अवगत कराया था। अस्पताल संचालक से बात कर शव को रिलीज करवाया। पीडि़त पक्ष की ओर से लिखित में शिकायत आने पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
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December 4, 2017 at 3:12 pm
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